भारत में मिडिल क्लास की सैलरी संकट: कारण और समाधान

शिक्षा और कौशल के बावजूद उन्हें पर्याप्त वेतन नहीं मिल पाता।

निजी क्षेत्रों में नौकरी की असुरक्षा और कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड हायरिंग एक बड़ा कारण है।

टेक्नोलॉजी और ऑटोमेशन ने कई पारंपरिक नौकरियों को समाप्त कर दिया है।

सरकार द्वारा टैक्स में राहत की कमी भी इस वर्ग पर बोझ बढ़ा रही है।

समाधान के रूप में कौशल विकास और प्रोफेशनल ट्रेनिंग को बढ़ावा देना जरूरी है।

सरकार को मिडिल क्लास के लिए टैक्स स्लैब में सुधार और रोजगार सृजन की नीतियाँ बनानी चाहिए।

साथ ही, निजी कंपनियों को पारदर्शी और न्यायपूर्ण वेतन प्रणाली अपनानी चाहिए।