संघ लोक सेवा आयोग (UPSC)
यूपीएससी का फुल फॉर्म “संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission)” है। यूपीएससी की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी। यूपीएससी का मुख्यालय दिल्ली में है। UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) भारत की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा भारत सरकार के विभिन्न प्रशासनिक पदों जैसे IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा), IPS (भारतीय पुलिस सेवा), IFS (भारतीय विदेश सेवा) आदि के लिए उम्मीदवारों का चयन करती है। इस परीक्षा को पास करने वाले उम्मीदवारों को देश के प्रशासनिक ढांचे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका मिलता है।
अखिल भारतीय सेवाएं(All India Services)
अखिल भारतीय सेवाओं का संक्षिप्त विवरण नीचे दिया गया है:
भारतीय प्रशासनिक सेवा Indian Administrative Service (IAS)
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) भारत की एक अखिल भारतीय प्रशासनिक सिविल सेवा है।
- IAS भारत सरकार और राज्य सरकारों की स्थायी शाखा है।
- IAS कैडर सरकार की नीतियों को बनाने और लागू करने के लिए जिम्मेदार होता है।
- IAS प्रोबेशनर्स LBSNAA, मसूरी में अपना प्रशिक्षण शुरू करते हैं।
- सभी इच्छुक उम्मीदवारों में भारतीय प्रशासनिक सेवा सबसे लोकप्रिय सिविल सेवा है।
भारतीय पुलिस सेवा Indian Police Service (IPS)
- भारतीय पुलिस सेवा तीन अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है।
- IPS अधिकारियों को हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में प्रशिक्षित किया जाता है।
- IPS अधिकारी पुलिस सेवा में उच्च पदों पर कार्य करते हैं।
- आईपीएस अधिकारी रॉ, आईबी, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) आदि में वरिष्ठ पदों पर रहते हैं।
भारतीय वन सेवा Indian Forest Service (IFoS)
- भारतीय वन सेवा (IFoS) तीन अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है।
- केंद्र सरकार के साथ सेवारत IFoS अधिकारियों का सर्वोच्च पदनाम वन महानिदेशक (DG) है।
- राज्य सरकार के लिए सेवारत IFoS अधिकारियों का सर्वोच्च पदनाम प्रधान मुख्य वन संरक्षक है।
- भारतीय वन सेवा संवर्ग पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
- IFoS अधिकारियों को खाद्य और कृषि संगठन (FAO) जैसे कई संगठनों में काम करने का अवसर भी मिलता है।
ग्रुप ‘ए’ सिविल सर्विसेज( Group ‘A’ Civil Services)
भारतीय विदेश सेवा (IFS)
भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा सेवा (IAAS)
भारतीय सिविल लेखा सेवा (ICS)
भारतीय कॉर्पोरेट कानून सेवा (ICLS)
भारतीय रक्षा लेखा सेवा (IDAS)
भारतीय रक्षा संपदा सेवा (IDES)
भारतीय सूचना सेवा (IIS)
भारतीय आयुध निर्माणी सेवा (IOFS)
भारतीय संचार वित्त सेवा (ICFS)
भारतीय डाक सेवा (IPOS)
भारतीय रेल लेखा सेवा (IRAS)
भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (IRPS)
भारतीय रेल यातायात सेवा (IRTS)
भारतीय राजस्व सेवा (IRS)
भारतीय व्यापार सेवा (ITS)
रेलवे सुरक्षा बल (RPF)
ग्रुप ‘बी’ सिविल सर्विसेज (Group ‘B’ Civil Services)
सशस्त्र सेना मुख्यालय सिविल सेवा
दानिक्स (DANICS)
दानिप्स (DANIPS)
पांडिचेरी सिविल सर्विस (PONDICS)
पांडिचेरी पुलिस सेवा (PONDIPS)
Civil services exam के लिए योग्यता
नागरिकता – उम्मीदवार की नागरिकता भारतीय होनी चाहिए हालांकि कुछ विशेष पदों के लिए अन्य देशों के नागरिक को भी पात्रता दी जा सकती है।
आयु सीमा- सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 21 से 32 के बीच होती है, ओबीसी के लिए 35 वर्ष तथा एससी एसटी के लिए 35 वर्ष होती है।
शैक्षिक योग्यता- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। अंतिम वर्ष में अध्यनरत छात्र भी प्रारंभिक परीक्षा में बैठ सकते हैं।
अवेदन शुल्क
सामान्य और ओबीसी के लिए 100 रुपए |
SC/ST व दिव्यांग उम्मीदवार के लिए 0 रुपए शुल्क निर्धारित है।
पाठ्यक्रम (Syllabus)
UPSC परीक्षा का संक्षिप्त पाठयक्रम निम्न है।
–प्रारंभिक परीक्षा
सामान्य अध्ययन: इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, विज्ञान, करंट अफेयर्स।
CSAT: तर्कशक्ति, गणित, समझने की क्षमता।
–मुख्य परीक्षा
निबंध (Essay)
सामान्य अध्ययन (General Studies)
वैकल्पिक विषय (Optional Subject)
UPSC परीक्षा के विभिन्न चरण
यूपीएससी परीक्षा के 3 चरण हैं।
- प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
- मुख्य परीक्षा (mains)
- साक्षात्कार (Interview)
1.प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
प्रारंभिक परीक्षा द्वारा उम्मीदवारों की सामान्य ज्ञान और मानसिक क्षमता का मूल्यांकन किया जाता है यह परीक्षा दो प्रश्न पत्र में ली जाती है।
i- General Studies- इस प्रश्न पत्र में सामान्य ज्ञान, वर्तमान घटनाएं, इतिहास, भूगोल, राजनीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र आदि विषयों के बारे में प्रश्न पूछे जाते हैं।
ii- Civil services Aptitude Test (CSAT)- इस प्रश्न पत्र में उम्मीदवार की मानसिक क्षमता का परीक्षण किया जाता है इसमें तर्क शक्ति निरीक्षणता और गणितीय क्षमता से संबंधित प्रश्न होते हैं।
2.मुख्य परीक्षा (mains)
मुख्य परीक्षा में दो क़्वालिफाइंग पेपर और सात पेपर मेरिट के लिए होते हैं अर्थात कुल 9 पेपर होते हैं प्रत्येक पेपर अलग-अलग विषयों की होती है।
प्रमुख विषय General studies, Essay और Optional subject होते हैं।
3.साक्षात्कार (Interview)
उम्मीदवार जो मुख्य परीक्षा में पास हो जाते हैं उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है साक्षात्कार द्वारा उम्मीदवार का पर्सनैलिटी टेस्ट, मानसिक स्थिति, सोचने की क्षमता और सामाजिक मुद्दों पर विचार आदि की जानकारी ली जाती है।
UPSC परीक्षा पैटर्न
प्रारंभिक परीक्षा – प्रारंभिक परीक्षा का पैटर्न निम्न है-
- पेपर I: सामान्य अध्ययन-इसमें कुल 200 अंक का 100 प्रश्न पूछा जाता है जिसके लिए अधिकतम 2 घंटे का समय निर्धारित है।
- पेपर II: जीएस (सीसैट)-इसमें भी कल 200 अंक का 80 प्रश्न पूछा जाता है जिसमें जिसके लिए 2 घंटे का समय निर्धारित है। यह प्रश्न पत्र क़्वालिफाइंग नेचर का होता है। जिसके लिए कम से कम 33% स्कोर करना अनिवार्य होता है।
- दोनों प्रश्नपत्रों में प्रत्येक प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकृति का होता है।
- इस परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक का नकारात्मक अंक दिए जाते है।
मुख्य परीक्षा
- मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन के चार प्रश्न पत्र होते हैं तथा वैकल्पिक विषय के दो पेपर होते हैं।
- मुख्य परीक्षा में निबंध के एक पेपर होते हैं।
- आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं में से कोई भी भारतीय भाषा पर आधारित प्रश्न पत्र। यह पेपर क़्वालिफाइंग प्रकृति की होती है।
- मुख्य परीक्षा में लिखित प्रकृति के पेपर होते हैं।
साक्षात्कार (Interview)
प्रीलिम्स एग्जाम तथा मेन्स एग्जाम पास करने के बाद इंटरव्यू होता है, यह परीक्षा का अंतिम चरण होता है।
प्रयासों की संख्या
सामान्य वर्ग: 6 प्रयास
OBC: 9 प्रयास
SC/ST: कोई सीमा नहीं
यूपीएससी के कार्य (Functions of UPSC)
यूपीएससी के कार्य संविधान के अनुच्छेद 320 में वर्णित है जो इस प्रकार हैं:
- संघ के लिए सेवाओं में नियुक्ति हेतु परीक्षा आयोजित करना।
- साक्षात्कार द्वारा चयन से सीधी भर्ती प्रोन्नति/ प्रतिनियुक्ति/ आमेलन द्वारा अधिकारियों की नियुक्ति।
- सरकार के अधीन विभिन्न सेवाओं तथा पदों के लिए भर्ती नियम तैयार करना तथा उनके संशोधन।
- विभिन्न सिविल सेवाओं से संबंधित अनुशासनिक मामले।
- भारत के राष्ट्रपति द्वारा आयोग को प्रेषित किसी भी मामले में सरकार को परामर्श देना।
यूपीएससी की ट्रेनिंग (UPSC Training)
सबसे पहले जो उम्मीदवार IAS ट्रेनिंग टॉप करता हैं उसे मेडल दिया जाता है। जो IPS ट्रेनिंग टॉप करता हैं उसे Sword of honorसे सम्मानित किया जाता है। यदि कठिनता की बात करें तो IPS की ट्रेनिंग IAS की ट्रेनिंग से कठिन होती है, क्योंकि आईपीएस की ट्रेनिंग में घुड़सवारी, हथियार चलाना तथा परेड आदि भी शामिल होती हैं।
IAS तथा IPS की ट्रेनिंग शुरुआत में 3 महीने की दी जाती है, इसके बाद पुलिस विभाग की ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। पुलिस विभाग के साथ अन्य विभागों की जिम्मेदारी भी एक IAS अधिकारी की होती है। वहीं एक IPS अधिकारी की यह जिम्मेदारी होती है, कि वह सिर्फ अपने इलाके और क्षेत्र को ही संभाल सकता है, अर्थात् उसका एक विभाग होता है जिसके अंदर ही IPS अधिकारी का काम होता है।
UPSC परीक्षा की तैयारी के कुछ टिप्स :
- यूपीएससी की तैयारी के लिए समय प्रबंधन (Time Table) बहुत जरूरी है, एक अच्छी स्टडी प्लान बनाएं और उसका पालन करें।
- UPSC की तैयारी की शुरुआत NCERT की किताब से शुरू करे।
- करंट अफेयर्स पर ध्यान दें इसके लिए नियमित रूप से अखबार पढ़ें ।
- तैयारी करते समय नियमित रूप से मॉक टेस्ट दे।
- अपने वैकल्पिक विषय को ध्यान से चुनें और उसकी अच्छी तैयारी करें।
- प्रारंभिक परीक्षा व मुख्य परीक्षा की जहां तक हो सके एक साथ तैयारी करें।
आधिकारिक वेबसाइट:
UPSC की आधिकारिक वेबसाइट https://upsc.gov.in है, यहां आप यूपीएससी से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी ले सकते है।
UPSC परीक्षा कठिन जरूर है, लेकिन सही रणनीति, मेहनत, पढ़ाई मे मन लगाकर और अनुशासन से इसे पास किया जा सकता है। UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए धैर्य, समर्पण और नियमित अभ्यास की आवश्यकता होती है। यदि आप IAS, IPS या अन्य प्रशासनिक सेवाओं में करियर बनाना चाहते हैं, तो अभी से तैयारी शुरू करें ।