स्वाध्याय (Self Study) ही किसी भी विद्यार्थी के सफल होने की एक मात्र कुंजी है | स्वाध्याय मे विद्यार्थी आत्मनिर्भर हो कर स्वयं अध्ययन करता है क्योंकि उसको किसी और से मदद की कोई उम्मीद नहीं होती है या वो कोचिंग या किसी से मदद लेकर पढ़ाई करने मे अक्षम होता है या फिर अपने समय की बर्बादी को देखता है | कोई भी विद्यार्थी क्यों न हो जो कोचिंग करता हो या किसी से मदद लकेर पढ़ता हो तब तक सफल नहीं हो सकता है जब तक की वो स्वाध्याय (self study) न करे |
स्वाध्याय (सेल्फ स्टडी) के महत्वपूर्ण लाभ :
1. आत्मनिर्भरता :- जब कोई भी स्टूडेंट किसी उम्मीद के बिना अपना लक्ष्य खुद प्राप्त कर लेता है तो उसका आत्मनिर्भरता खुद ब खुद बढ़ जाती है और स्वाध्याय से कोई भी स्टूडेंट ये कार्य बहुत ही आसानी से कर लेता है इसीलिए सेल्फ स्टडी विद्यार्थी को आत्मनिर्भर बनाने मे बहुत ही ज्यादा योगदान करती है |
2. गहनता से अध्ययन :- सेल्फ स्टडी करने वाले विद्यार्थी को अपने हर विषय को बहुत ही बारीकी से अध्ययन करने का हुनर मिल जाता है क्योंकि वो किसी भी प्रसन को चाहे वो हल्का हो या भारी बहुत ही ट्रिकी टाइप से हल करते हैं और उसको गहनता से मनन करते है |
3. रचनात्मक एवं विश्लेषण मे वृद्धि :- जब किसी भी विद्यार्थी को पता होता है कि उसका कोई मदद करने वाला नहीं है | जो कुछ भी करना है उसको खुद ही करना है तो बहुत बार होता है की वो कई जगहों पर फसता रहता है और यही फसने के वजह से वो अपने आपको उस स्थिति से निकालने की खुद ही कोसिस करता है और निकलता जाता है और जब बार-बार ऐसा होता है तो विद्यार्थी अपने आप ही वो कब रचनात्मक और विश्लेषणात्मक हो जाता है उसको खुद भी नहीं पता चलता है |
4. जीवनभर सीखने की लत :- स्वाध्याय अध्ययन का ऐसा मार्ग है जिसमे विद्यार्थी को जीवनभर सीखने की लत बहुत अच्छे से लग जाती है तथा वो अपना समय गवाये बिना हर समय कुछ नया सीखने का जज्बा रखता है |
5. स्व प्रेरणा (Self Motivation) का विकास :- किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उस लक्ष्य के बारे मे पूर्ण जानकारी के साथ-साथ अपने आपका सेल्फ मोटवैशन बहुत ही जरूरी है क्योंकि बिना स्व प्रेरणा के आप उस लक्ष्य के तरफ चलना सुरू ही नहीं करेंगें बस आलसी के जैसे बैठे रहेंगे |
पर जब आप सेल्फ स्टडी करते है तो आपको हर परिस्थितियों से लड़ने मे बहुत ही मजा आता रहता है जिससे आपके स्व प्रेरणा का विकास बहुत अच्छे से होता रहता है | इसलिए सेल्फ स्टडी से विद्यार्थी मे सेल्फ मोटवैशन का विकास बहुत तेजी से होता है और ये उस विद्यार्थी के पूरे जीवन मे बना रहता है |
6. समय प्रबंधन का पूर्ण ज्ञान :- सफल जीवन का मुख्य बिन्दु समय प्रबंधन है | दुनिया मे आप किसी को भी देख लो जो सफल है आप पावोगे की वो अपना हर कार्य का एक निश्चित समय रखा होगा | उसी प्रकार सेल्फ स्टडी है जिसमे आप अपना हर कीमती टाइम को बर्बाद नहीं होने देते हो क्योंकि आप अपना एक लक्ष्य निर्धारित किए होते हो जैसे की एक सफल व्यक्ति का लक्ष्य निर्धारित होता है | एसलिए स्वाध्याय से समय प्रबंधन का पूर्ण ज्ञान हो जाता है |
7. प्रतियोगी परीक्षा मे सफलता का पूर्ण ज्ञान :- सेल्फ स्टडी करने वाले विद्यार्थी अपने हर विषय पर पूर्ण और रचनात्मक पकड़ इतना अच्छा बना लेते हैं की उनको परीक्षा मे सफल होने की पूरी ट्रिक्स का अछे से ज्ञान हो जाता है और साथ ही साथ वो अपने पूरे जीवन मे हर परिस्थितियों से लड़ कर जीतने मे भी माहिर हो जाते हैं |
स्वाध्याय (Self Study) को पूर्ण प्रभावी बनाने के लिए बेस्ट टिप्स :
1. एक निश्चित योजना बनाना :- सेल्फ स्टडी करना कोई आसान काम नहीं है क्योंकि इसमे हर कदम पर कोई न कोई दिक्कत आती ही रहती है जिससे आपको किसी की सहारे की जरूरत होने लगती है पर जब आप सबकी मदद लेते फिरेंगे तो फिर आपकी सेल्फ स्टडी हो चुकी | इसलिए इस स्थिति से बचे के लिए स्वाध्याय सुरू करने से पहले आपको एक निश्चित योजना अवश्य ही बनानी चाहिए जिसमे आपको किसी की मदद की जरूरत न पड़े |
योजना के रूप मे आप अपनी योग्यता एवं छमता के अनुसार सही लक्ष्य का चुनाव करें तथा उस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु अपने आपको समर्पित कर दें |
2. समय सारणी (Time Table)बनाना :- स्वाध्याय को प्रभावी बनाने के लिए आपके पास अपना एक टाइम टेबल होना अत्यंत जरूरी है क्योंकि बिना टाइम टेबल के आप अपने सेल्फ स्टडी को सफल नहीं बना सकते हैं | समय सारणी मे आपको कब जागना है , कब सोना है , कब पढ़ना है, किस टाइम कौन सा सब्जेक्ट पढ़ना है यदि का पूर्ण विवरण होना चाहिए |
3. नोट्स बनाना :- सेल्फ स्टडी के लिए नोट्स सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं क्योंकि ये आपका समय बचते हैं | इसलिए आप सपने संबंधित विषयों का नोट्स जरूर ही बनाए और उनका अध्ययन करते रहें |
4. रटने से बचना एवं समझ कर पढ़ना :- पढ़ाई को कभी भी रट कर नहीं करनी चाहिए चाहे वो कोई विषय हो | अधिक समय या अधिक दिनों तक याद रखने के लिए जरूरी है की आप पढ़ाई अच्छे से मनन और समझ कर करिए | ऐसे पढ़ाई करने से आपकी सेल्फ स्टडी मे अछि मदद मिलती है |
5. ऑनलाइन संसाधनों का मदद लेना :- स्वाध्याय के समय बहुत बार होता है की आप कुछ प्रश्नों मे फस जाते हैं जिनका ऐन्सर आपको नहीं पता होता है और न ही आप उन प्रश्नों को हाल कर पते हैं तब ऐसी स्थिति मे आपको ऑनलाइन साधनों का अवश्य ही मदद लेनी चाहिए | आज के समय मे बहुत सारे ऑनलाइन साधन हैं जिसमे मुख्य रूप मे Youtube है |
6. अपने आपको स्व प्रेरित करना :- सेल्फ स्टडी को पूर्ण रूप से प्रभावी बनाने के लिए अपने आपको हर समय Self-Motivate रखना बहुत ही जरूरी होता है | सेल्फ मोटवैशन आपकी खुद की ऐसी इनबिलट पावर है जिसका जोड़ दुनिया मे कही नहीं है |
7. अपने शरीर का ख्याल रखना :- दुनिया मे आपका वजूद आपके शरीर से है न की आपके उदेश्य से है | इसलिए कोई भी कार्य या कोई भी उदेश्य आपके शरीर के बाद है | अतः आपसे निवेदन है की आप अपने शरीर का सबसे पहले ख्याल रखें | और जब आपकी शरीर स्वस्थ रहेगी तब आपका Self Study बहुत ही अच्छे से होगी |
स्वाध्याय (Self Study) निश्चित ही सफलता की अचूक कुंजी है जो विद्यार्थी को पूर्ण आत्मनिर्भर बनती है जिससे विद्यार्थी की सोचने-समझने की क्षमता का विकास होता है और फिर विद्यार्थी को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने मे मदद मिलती है | स्वाध्याय को यदि एक निश्चित रणनीति और अनुशासन के साथ अपनाया जाए तो कोई भी विद्यार्थी या व्यक्ति अपने ज्ञान और भविष्य या करियर को बहुत ही ज्यादा उचयियों पर पहुच सकता है |