हस्तमैथुन: मानसिक और शारीरिक प्रभाव 4 बड़े फायदे !

हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है जिसे बच्चे अपने छणिक सुख के लिए जाने और अनजाने में करते  रहते  हैं, जिसके कुछ मानसिक फायदे और कुछ शारीरिक नुकसान निश्चित हो सकते हैं। इसे लेकर समाज में भिन्न-भिन्न विचार हैं। 

हस्तमैथुन: मानसिक और शारीरिक प्रभाव Masturbation End

हस्थमैथुन के मानसिक फायदे :

1. तनाव से मुक्ति :- हस्तमैथुन तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि Masturbation से एंडोर्फिन जैसे फील-गुड हार्मोन रिलीज होते हैं। बहुत सारे बच्चे या व्यक्ति तनाव की स्थिति में अकेले होने पर या बिगड़ने के कारण कर ही लेते हैं । 

2. नींद आने में सुधार :- हस्तमैथुन के बाद शरीर आराम महसूस करती है, जिससे अच्छी नींद आने में मदद मिल सकती है। और बहुत जल्द नीद आ भी जाती है क्योंकि शरीर की शक्ति छिड़ हो जाती है। 

3. यौन संबंध में सुधार :- इससे व्यक्ति अपनी यौन इच्छाओं को बेहतरी से समझता है और यौन अनुभवों में आत्मविश्वास बढ़ाता है जिससे सेक्स को एंज्वॉय कर सकता है ।

4. प्रोस्टेट स्वास्थ्य :- कुछ शोधों से पता चला है कि कभी – कभी हस्तमैथुन करना प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है।

उक्त सभी फायदे मानसिक फायदे हैं जिनका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है | ये फायदे समाज मे एक मिथ्य कहानी की तरह फैले हैं जो आपके भी मन मे हमेशा अपना घर बनाए रखते हैं जिसके वजह से आपको एक मानसिक सपोर्ट मिलता रहता है और आप अपने पर कंट्रोल किए बिना Masturbation करते रहते हैं जो निश्चित ही हानिकारक है |

हस्थमैथुन के शारीरिक नुकसान :

1. डिप्रेशन का शिकार  :- यदि आपको हस्तमैथुन की आदत अत्यधिक हो जाए, तो यह आपकी दैनिक कार्य और सामाजिक जीवन को बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है और आप डिप्रेशन में भी जा सकते हैं ।

2. थकान और कमजोरी होना :- अत्यधिक हस्तमैथुन करने से शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है जिससे आपको किसी काम को करने में ना तो मन लगता है और ना ही कोई काम कर पाते हैं ।

3. दोषी फिल होना :-  लगातार हस्थमैथुन करने से आप अपना सेल्फ कॉन्फिडेंस खोने लगते हैं | फिर आप हर समय खुदमे ही सरमिंदगी महसूस करते रहते हैं  जिससे आप खुदको दुनिया का सबसे दोषी इंसान मानने लगते ही हैं |

4. संवेदनशीलता में कमी :- अत्यधिक हस्तमैथुन करने से अधिकांश लोगों में यौन संवेदनशीलता में कमी आ ही जाती है, जिससे यौन संबंधों में आनंद कम होने लगता है |वर्तमान समय मे ये समस्या बहुत ही ज्यादा बढ़ती जा रही है क्योंकि मैक्सिमम इंसान अपने आप पर कंट्रोल नही रख पा रहा है और वो आए दिन लगातार हस्थमैथुन कर-कर के अपनी शक्ति छिड़ कर रहा है । इसका मुख्य कारण है मोबाईल, सोशल मीडिया, गलत संगत आदि |

5. संबंधों पर प्रभाव :- कोई भी व्यक्ति हो जब बहुत अधिक हस्तमैथुन करता है, तो वह अपने साथी स्त्री के साथ यौन संबंधों में रुचि खोता जाता है, जिससे संबंधों में समस्या हो सकती है । क्योंकि जब आपके साथी का मन होगा तब आप का नही होगा फिर निश्चित ही आपके संबंध में दरारें आने लगेंगी ।

हस्तमैथुन एक सामान्य प्रक्रिया है, जब तक कि इसे संतुलित और सैयम तरीके से किया जाए। हालांकि, अत्यधिक हस्तमैथुन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालने के साथ – साथ आपके मैरिज लाइफ को भी बर्बाद कर सकता है । इसलिए हो सके तो हस्थमैथुन करने से हमेशा बचना चाहिए ।

हस्थमैथुन की आदत को खत्म करने का सरल उपाय :

1. हर समय अपने आप को बिजी रखें |

2. अपने सामने हमेशा एक लक्ष्य रखें और उसको प्राप्त करने मे लगे रहें |

3. आप कभी भी अकेले न रहें । कभी आपको लगे की आपके पास कोई काम नहीं है तो आप दोस्तों या कोई भी हो जिसके साथ आप रहना पसंद करते हो उसके साथ रहें पर किसी भी स्थिति में अकेले न रहे | अकेले रहने पर आपका दिमाग काही न कही Masturbation पर निश्चित ही जाता है |

4. कोई गंदी वीडियो या फोटो आदि न देखें। जब आप ये सब देखना बंद कर देंगे तो निश्चित ही आप हस्थमैथुन करना बंद कर देगें ।

5. अपने आपको हर क्षण Self Motivate रखें | सेल्फ मोटवैशन आपको गंदी हरकतों से हमेशा दूर रखता है |

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