IIT (Indian Institute of technology) भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान के द्वारा भारत के सर्श्रेष्ठ इंजिनीरिंग कालेजों में दाखिला पाना एक अत्यंत मुश्किल भरा कार्य होता है | पर कहा जाता है की शेरों के महफ़िल में बस शेर ही रह सकते हैं कोई और नहीं उसी प्रकार IIT भी शेरों की महफ़िल है और जो इस महफ़िल का हिस्सा बनना चाहेगा उसको मुस्किलो से तो पहले निपटना ही पड़ेगा चाहे वो लड़कों की भीड़ हो या मुश्किलों भरा किताबों का Syllabus |
IIT का संक्षिप्त इतिहास :-
अब यदि आप IIT में सलेक्ट होना चाहते है तो आपको IIT का कुछ इतिहास निश्चित ही जानना चाहिए | तो भारत में पहला आईआईटी कालेज की स्थापना साल 1951 को कोलकता के खड़गपुर में हुआ था| पर इससे पहले ही साल 1847 को उत्तराखंड के रूड़की में एक इंजिनीरिंग कालेज बना था जिसका नाम थामसन कालेज ऑफ़ सिविल इंजिनीरिंग था जो बाद में चल कर साल 2001 में भारतीय प्रौधोगिकी संसथान रुड़की बना, इस प्रकार रुड़की भारत का सबसे पुराना इंजिनीरिंग Collage है |
भारत में वर्त्तमान समय में कुल 23 IIT Collage हैं जिनका विवरण इस प्रकार है :-
क्रम संख्या | नाम | स्थापित | संस्थापित |
1 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान खड़गपुर | 1951 | 1951 |
2 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान मुंबई | 1958 | 1958 |
3 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान कानपुर | 1959 | 1959 |
4 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान मद्रास | 1959 | 1959 |
5 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान दिल्ली | 1961 | 1963 |
6 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान गुवाहटी | 1994 | 1994 |
7 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान रुड़की | 1847 | 2001 |
8 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान रोपड़ | 2008 | 2008 |
9 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान भुवनेश्वर | 2008 | 2008 |
10 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान गांधीनगर | 2008 | 2008 |
11 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान हैदराबाद | 2008 | 2008 |
12 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान जोधपुर | 2008 | 2008 |
13 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान पटना | 2008 | 2008 |
14 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान गोवा | 2008 | 2008 |
15 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान इंदौर | 2009 | 2009 |
16 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान मण्डी | 2009 | 2009 |
17 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान( काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी ) | 1919 | 2012 |
18 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान पलक्कड़ | 2015 | 2015 |
19 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान तिरुपति | 2015 | 2015 |
20 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान ( भारतीय खनि विद्यापीठ धनबाद ) | 1926 | 2016 |
21 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान भिलाई | 2016 | 2016 |
22 | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान जम्मू | 2016 | 2016 |
२३ | भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान धरवाड़ | 2016 | 2016 |
IIT में सलेक्शन की पूरी प्रक्रिया :-
IIT-JEE देश के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए दी जाने वाली परीक्षा, संयुक्त प्रवेश परीक्षा(JEE) है। इसके दो भाग होते है।
1. JEE Mains व
2. JEE Advance
आइए सबसे पहले JEE Mains के बारे में बात करते है।
योग्यता :- वे छात्र जो Math, physics व Chemistry विषय के साथ 12 वीं में है या 12 वीं पास कर चुके है।
JEE Mains का पेपर कैसा होता है :- JEE Mains की परीक्षा में Math, physics व Chemistry प्रत्येक विषय से 25-25 प्रश्न करने होते हैं। अर्थात कुल 75 प्रश्न करने होते हैं, प्रत्येक सही उत्तर के लिए चार अंक और गलत उत्तर के लिए एक ऋणात्मक अंक दिया जाता है। सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होते हैं।
JEE Mains का पेपर कितनी बार दे सकते हैं :- JEE Mains का पेपर 3 वर्ष तक दे सकते हैं चूंकि यह परीक्षा प्रत्येक वर्ष दो बार होती है अर्थात इसे 6 बार दे सकते हैं।
JEE Mains से किस कालेज में प्रवेश मिलता है :- JEE Mains की परीक्षा देने के बाद यदि आपका परीक्षा में स्कोर अच्छा है तो NIT,IIIT जैसे कॉलेज में प्रवेश मिलता है।
आइए अब JEE Advance के बारे में जानते हैं।
JEE Mains की तरह ही JEE Advance भी इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए दी जाने वाली परीक्षा है, लेकिन इसमें वहीं छात्र सम्मिलित होते हैं जो JEE Mains की परीक्षा में लगभग 250000 रैंक के अंदर होते हैं। 12वीं कक्षा में सामान्य व पिछड़े वर्ग के लिए 75% तथा ST, SC के लिए 65% अंक अनिवार्य है।
JEE Advance का पेपर कितनी बार दे सकते हैं :- JEE Advance का पेपर 2 बार दे सकते हैं? यह परीक्षा वर्ष में सिर्फ एक बार आयोजित की जाती हैं।
परीक्षा पैटर्न :- JEE Advance का परीक्षा पैटर्न निश्चित नहीं होता है, लेकिन इसमें 2 पेपर होते हैं, प्रत्येक पेपर तीन-तीन घंटे का होता है। यह पेपर JEE Mains की अपेक्षा कठिन होता है।
इस पेपर में प्रत्येक विषय का कट ऑफ अलग-अलग निर्धारित किया जाता है, जो इस परीक्षा को कठिन बनाता है।
JEE Advance से किस कालेज में प्रवेश मिलता है :- JEE Advance में अच्छा स्कोर करने पर देश के विभिन्न IIT, IISC Bengaluru, व USAT Petroleum institute जैसे कॉलेज में प्रवेश मिलता है।
IIT Crack New विधि |
सेल्फमोटिवेशन :- आपको जब इतने बड़े एक्जाम को बिट करना है तो सबसे जरुरी है की आप खुदको हमेशा मोटिवेट एवं एक्टिव रखें क्योकि थोड़ी भी चूक आपको इस IIT की रेस से बहार कर देगी | इसलिए आप अपना लक्ष्य निर्धारित कर लेने के बाद अधिक से अधिक समय अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अग्रसर रहिये और अपने अंदर से आलस्य, सुख, चैन का त्याग कर दीजिये |
टाइम टेबल :- आपको अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए एक टाइम टेबल का होना बहुत ही जरुरी है नहीं तो आप अपना टाइम कब और कहा बर्बाद कर रहे होंगे या किये हैं नहीं पता चलेगा | इसलिए आप अपना एक टाइम टेबल बनाइये की कब आपको जागना है, कब और किस-किस टाइम पर आपको कौन-कौन सा Subject पढ़ना है, कब खेलना इत्यादि काम करना है और फिर कब सोना है | ऐसा करने से आपकी पढ़ाई खुद ब खुद होने लगेगी और आपका टाइम बर्बाद होना भी बंद हो जायेगा |
नियमित प्रैक्टिस एवं रिवीजन :- जो सब्जेक्ट्स आप पढ़ रहे हैं उनका रिवीजन भी बहुत जरुरी है ऐसा नहीं है की बस अधिक से अधिक पढ़ाई करके सब्जेक्ट्स ख़त्म कर लेने से आपका एग्जाम निकल जायेगा, पर अधिकतर लड़के यही करते है | आपकी आदत भी यही है तो आज से ही छोड़ दीजिये और जितना पढ़िए उसका रिवीजन और नियमित प्रैक्टिस जरूर करते रहिये |
लाइफस्टाइल मैटेन :- आपको अपने लक्ष्य प्राप्ति में लगे रहने के साथ-साथ अपने शरीर का भी ध्यान देना होगा नहीं तो जब आपकी शरीर ही सही नहीं रहेगी तो आप कोई लक्ष्य कैसे प्राप्त कर सकते हैं | इसलिए शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सुबह टहलना या कोई खेल खेलना अनिवार्य है जिससे आपको हमेशा अच्छा और ताजगी महशूस होती रहेगी और आपका मन पढ़ाई में भी खूब लगेगा |
ससमय मदद प्राप्ति :- पढ़ाई के समय बहुत बार होता है की हम कई बार ऐसे क़्वेस्चन में फस जाते हैं जिसका आंसर हमको जल्दी नहीं मिलता है तो जब बार-बार कोसिस करने के बाद भी आंसर नहीं मिले तो आपको निश्चित ही किसी की मदद लेनी चाहिए चाहे वो गुरु जी से हो या कोई दोस्त से हो पर हर हल में आंसर जरूर ही जाने | क्योकि आप जिस IIT की तैयारी कर रहे हैं वहां कोई भी गलती आपको IIT की शेरों वाली रेस से बहार कर सकती है |
आपका दृढ़ निश्चय, त्याग, सेल्फमोटिवशं और जज्बा ही आपको IIT (Indian Institute of technology) भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान जैसे एग्जाम में आपको सफलता दिला सकता है |